रोशनी
एक चिराग है जो सबको राह दिखाया करता है,
तेज हवाओं से भी टकरा कर अपना रुख़त नही वो मोरा करता है।
ना जाने कितने असफलता की चोटी उसने पार कर,
सफ़लता की राह पहचानी है।
तब जाके उसने रातो को चैन...
तेज हवाओं से भी टकरा कर अपना रुख़त नही वो मोरा करता है।
ना जाने कितने असफलता की चोटी उसने पार कर,
सफ़लता की राह पहचानी है।
तब जाके उसने रातो को चैन...