...

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अनजान रिश्ते
ज़िंदगी में ऐसा मोड़ भी आता है कभी,
जब हम जाते हैं हार
हिम्मत हमारी हो जाती है कम,
दिल पर होते हैं वार पर वार

ऐसे में एक उम्मीद की किरण बनकर,
आता है कोई हमदर्द
जो मुस्कुराते हुए,
हमें थामने के लिए बढ़ाता है अपना हाथ

राह चलते किसी अजनबी का,
यूँ मुस्कुराकर निकल जाना
लगता है जैसे किसी वीरान उपवन में,
खूबसूरत फूल का खिल जाना

एक हताश दिल के अंधेरे को,
रोशन करने के लिए आता है वो
प्रोत्साहन के कुछ शब्दों से ही,
दिल पुलकित कर जाता है जो

रास्ते में किसी बुजुर्ग को कभी,
कोई सड़क पार करा देता है
किसी रोते हुए बच्चे को चुप करा,
उसके चेहरे पर मुस्कान सजा देता है

भूखा हो कोई तो,
देता है खाना कोई भरपेट उसे
किसी कमज़ोर को सम्मान दिलाकर,
भरपूर आशीर्वाद पाता है वो उससे

ऐसे रिश्ते होते हैं अनजान,
बेनाम होते हैं जो
पर ज़िंदगी के कठिन समय में,
इक मरहम का काम करते हैं वो

कभी बैठे हों हम अकेले,
ऐसे लोग यकायक आते हैं याद
उनकी मुस्कान, उनका सहानुभूति से भरा स्पर्श,
दिल नहीं भूला पाता उनका अनमोल साथ
© Poonam Suyal
#poonamsuyal