यही जिंदगानी है,,,
यहां हर दिल में एक अधूरी सी कहानी है।
तन्हाइयो में हर किसी की जिंदगी रूहानी है।
बाहर से हर चेहरा हसता हुआ नज़र आयेगा।
भीतर से टटोलोगे तो हर आंख में पानी है।
कुछ यादें लिये बैठे है कुछ किस्से लिये बैठे है।
कुछ लोग एक दिल के कई हिस्से लिये बैठे है।
बैठिए किसी के पास कुछ पल हम राह बन कर
तभी जान पाओगे, दर्द में कितनी सुनामी है।
कोई दर्द कह देता है तो किसी को कहना नहीं आता।
कोई पत्थर बन जाता हैं किसी को चुप रहना नहीं आता।
सबकी आदत औरो को जानना है, और अपनी छिपानी है,
छुप रहकर जिम्मेदारियां निभानी है बस यही जिंदगानी है।
तन्हाइयो में हर किसी की जिंदगी रूहानी है।
बाहर से हर चेहरा हसता हुआ नज़र आयेगा।
भीतर से टटोलोगे तो हर आंख में पानी है।
कुछ यादें लिये बैठे है कुछ किस्से लिये बैठे है।
कुछ लोग एक दिल के कई हिस्से लिये बैठे है।
बैठिए किसी के पास कुछ पल हम राह बन कर
तभी जान पाओगे, दर्द में कितनी सुनामी है।
कोई दर्द कह देता है तो किसी को कहना नहीं आता।
कोई पत्थर बन जाता हैं किसी को चुप रहना नहीं आता।
सबकी आदत औरो को जानना है, और अपनी छिपानी है,
छुप रहकर जिम्मेदारियां निभानी है बस यही जिंदगानी है।