पथरीली ज़मीं
जनाब.... बड़ी ही पथरीली है ज़मीं, ये दिल की मेरे,
आकर यहां, बस पत्थर ही पत्थर हाथ आयेंगे तेरे,
मेरी तपिश से, जल चुके हैं कई चंद्रयान अब तलक,
मेरी चांदनी को राहत समझ, डाले थे जिसने भी डेरे,
#चंद्रयान3 #मूनमिशन
@Pankaj Bist Ruhi
© Pankaj Bist 'Ruhi'
आकर यहां, बस पत्थर ही पत्थर हाथ आयेंगे तेरे,
मेरी तपिश से, जल चुके हैं कई चंद्रयान अब तलक,
मेरी चांदनी को राहत समझ, डाले थे जिसने भी डेरे,
#चंद्रयान3 #मूनमिशन
@Pankaj Bist Ruhi
© Pankaj Bist 'Ruhi'