...

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एक वेशया के पंख 🙏🪔
एक कन्या हूं मैं,
मैं एक आस भी हूं -मेरा काम मेरा दाम,
मैं एक निम्न दर्जे में रहने वाली कुदरत की रंगीनी,
मैं मजबूर हूं क्योंकि मैं -एक चलती आग हूं,
मैं बनी वेशया यह मेरा किरदार नहीं,
कोई पूर्व जन्म का फल,
इसके लिए कोई जिम्मेदार नहीं,
मैं किसी की गुलाम नहीं -
सब यहां मेरे रूप के मारे,
मैं जानती हूं कि मेरे कुछ पूर्व जन्म के पाप का श्राप है ये रूप मेरा सूबसूरत जरूर है, मगर मेरे
लिए यह एक बहुत बड़ा श्राप है।।
ना मन देखा,
ना विचार देखें,
देखा रूप देखा -मेरे खूबसूरती देखी और तन देखा।।
मगर ना देखी मेरी जात,ना देखा मेरा रंग,
चाहे बड़े हो या हो छोटे,
चाहे अमीर हो या गरीब,
चाहे भीखारी हो या राजा,
चाहे चोर हो या लुटेरे,
मुझे इन सबको काबू करना आता,
क्योंकि हमारे दर की चौखट सभी भिखारी ही है,
क्यों है वो सब भिखारी आईए मैं बताती हूं,
भिखारी होने के सिर्फ पैसा ना हो ही नहीं होता,
क्योंकि जिसके पास पैसा है वो तो हमारे लिए सबसे बड़ा भिखारी।।
यहां सब जिस्म की नुमाइश के भिखारी है-
कैसे यह मैं...