काश जुलाई में
जुलाई का माह बड़ा ही पावन माना जाता है
क्योंकि महादेव को हरसोउल्लास से पूजा जाता है
किसानों को बरखा का भय विचलता है
प्रेमियों को मिलन का भूख ललचाता है
बादलों को भी खेलने का मौका मिल जाता है
पेड़ की पत्तियों पे जब ठंडी बूँदें टपकती हैं
वो भी झूम के खूब लहकतीं हैं
कलियां कैसे इतराने लगतीं हैं
खुशबू हर जगह बिखराने लगतीं हैं
जब जून की गर्मी हमें तड़पाने लगतीं हैं
तब जुलाई की याद सताने लगती है
और हम सभी बड़े व्याकुलता से इसका इंतजार करने लगते हैं
और कहते हैं कि काश जुलाई जल्द आए
और हम सभी झूमे नाचे गाएं।।
।।स्वाति।।
क्योंकि महादेव को हरसोउल्लास से पूजा जाता है
किसानों को बरखा का भय विचलता है
प्रेमियों को मिलन का भूख ललचाता है
बादलों को भी खेलने का मौका मिल जाता है
पेड़ की पत्तियों पे जब ठंडी बूँदें टपकती हैं
वो भी झूम के खूब लहकतीं हैं
कलियां कैसे इतराने लगतीं हैं
खुशबू हर जगह बिखराने लगतीं हैं
जब जून की गर्मी हमें तड़पाने लगतीं हैं
तब जुलाई की याद सताने लगती है
और हम सभी बड़े व्याकुलता से इसका इंतजार करने लगते हैं
और कहते हैं कि काश जुलाई जल्द आए
और हम सभी झूमे नाचे गाएं।।
।।स्वाति।।