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दुल्हन👰✍
बाबुल की गुड़िया, मां की बिटिया हूं,
भाई की शान, बहन की सहेली हूं,
जिम्मेदारियों को ले चल रही संग,
क्यूंकि नई नवेली दुल्हन हूं।

रिश्ता नया निभाने को,
नया संसार बसाने को,
घबराई, डरी, नयी बनी सुहागन हूं,
क्यूंकि नई नवेली दुल्हन हूं।

साथी संगी छोड़ चली,
हर गली, चौराहा भूल चली,
रास्ते नए बनाने चली हूं,
क्यूंकि नई नवेली दुल्हन हूं।

दबाकर आंसू मुस्कुराने,
सहेकर यादें, भूल जाने,
पुराने सभी किस्से मिटाने लगी हूं,
क्यूंकि नई नवेली दुल्हन हूं।

फिर से ज़िन्दगी को आजमाने,
नई समस्याओं को सुलझाने,
समझदार बन बचपन भूल गई हूं,
क्यूंकि नई नवेली दुल्हन हूं।
© a_girl_with_magical_pen