"श्री कृष्णा: नन्दलाल की वंदना" (Shri Krishna: The Reverence of Nandalal)
Here's a shorter poem dedicated to Lord Krishna in Hindi:
श्री कृष्णा, तेरे चरणों में शरण, जीवन का सार, तू ही है ध्यान।
माखन चोर, मधुर वनवासी, गोपियों का प्राण, मोहन बाँसी।
गीता का सार, तू ही ज्ञान, करुणा का सागर, अनंत दिव्यज्योति तेरे मन्दिर की शोभा है अनुपम, ब्रजवासी, नन्द के लाल, वृंदावन के हैं राजकुमार, माखन चोर, मोहन,...
श्री कृष्णा, तेरे चरणों में शरण, जीवन का सार, तू ही है ध्यान।
माखन चोर, मधुर वनवासी, गोपियों का प्राण, मोहन बाँसी।
गीता का सार, तू ही ज्ञान, करुणा का सागर, अनंत दिव्यज्योति तेरे मन्दिर की शोभा है अनुपम, ब्रजवासी, नन्द के लाल, वृंदावन के हैं राजकुमार, माखन चोर, मोहन,...