उम्मीद
उम्मीदें अब भी हैं तेरे लौट आने की
चाहत अब भी है तेरे संग मुस्कुराने की
फिर से वही बातें फिर लड़ना झगड़ना
फिर रूठ जाना और खुद ही मान...
चाहत अब भी है तेरे संग मुस्कुराने की
फिर से वही बातें फिर लड़ना झगड़ना
फिर रूठ जाना और खुद ही मान...