मेरी कलम✍️
चल जिंदगी आज एक नई शुरुआत करते हैं
जो हमारे बिना खुश हैं उन्हे आजाद करते हैं।
बहुत दिन हो गए कलम की स्याही सुख गई
मेरी डायरी के पन्ने भी मुझे बहुत याद करते हैं।।
✍️🙏 कवि राज ✍️🙏
© All Rights Reserved
जो हमारे बिना खुश हैं उन्हे आजाद करते हैं।
बहुत दिन हो गए कलम की स्याही सुख गई
मेरी डायरी के पन्ने भी मुझे बहुत याद करते हैं।।
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