मगर साथ तो है....
भले कम हो मगर साथ तो है
हमारे दरम्यान मुलाक़ात तो है
क्या रक्खा है रोज़ के जिरह में
गहराए इस मौन में संवाद तो है
दूरियों से "दिल" उदास...
हमारे दरम्यान मुलाक़ात तो है
क्या रक्खा है रोज़ के जिरह में
गहराए इस मौन में संवाद तो है
दूरियों से "दिल" उदास...