...

24 views

बूँदें बादल की...

दर्द उस काले बादल का कोई क्या जाने
उज्ज्वल बूँदों से धरती का कालिख जो धोया है..
नयनों में छाते दुःख के बादलों से स्वयं घिरा वो
धरती के आगे यूँ भी आँसू भर भर रोया है

जानता है...