बेटी
बेटी होती है एक अनमोल तारा
जीवन बचा कर उसे पढ़ाना
जब बेटी को पढ़ आओगे
तो देश को आगे बढ़ आओगे
अगर देश को आगे बढ़ाना है
तो बेटियों को आत्मनिर्भर बनाना है
क्या भेदभाव की जंजीरों में जकड़े पड़े हो
क्या पुरानी सोच पर ही आंकड़े पड़े हो
क्यों किसी बेटी की तमन्नाओं को
यूं ही दफना दिया करते हो
चलो आज खुद से एक वादा करते हैं
हम अपने घर की बेटियों को
पढ़ाएंगे और अपने देश को आगे बढ़ाएंगे
यह आत्मनिर्भरता का जमाना है
अब गुलामी नहीं आजादी को अपनाना है
और बेटियों को पढ़ाना है
© Ishamalik
जीवन बचा कर उसे पढ़ाना
जब बेटी को पढ़ आओगे
तो देश को आगे बढ़ आओगे
अगर देश को आगे बढ़ाना है
तो बेटियों को आत्मनिर्भर बनाना है
क्या भेदभाव की जंजीरों में जकड़े पड़े हो
क्या पुरानी सोच पर ही आंकड़े पड़े हो
क्यों किसी बेटी की तमन्नाओं को
यूं ही दफना दिया करते हो
चलो आज खुद से एक वादा करते हैं
हम अपने घर की बेटियों को
पढ़ाएंगे और अपने देश को आगे बढ़ाएंगे
यह आत्मनिर्भरता का जमाना है
अब गुलामी नहीं आजादी को अपनाना है
और बेटियों को पढ़ाना है
© Ishamalik