kuch ess tarah
कि तुम इस बार बस मुझसे ही मिलने आना,
मेरे माथे की बिंदी को अपने होठों से चूमने आना।
लब्ज़ों से नही,
मेरे आंखों से तुमारे लिए इन्तेज़ार किए हुए पल को गिनने आना।
मेरी मुस्कान मे अपने लिए प्यार की बोली महसूस करने आना।...
मेरे माथे की बिंदी को अपने होठों से चूमने आना।
लब्ज़ों से नही,
मेरे आंखों से तुमारे लिए इन्तेज़ार किए हुए पल को गिनने आना।
मेरी मुस्कान मे अपने लिए प्यार की बोली महसूस करने आना।...