...

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शीर्षक- प्रथम शिक्षक माता-पिता

प्रथम गुरु माता होती हैं, ममत्व हम पर लुटाती हैं।
करुणा, ममता, स्नेह, क्षमा का, अनुपम पाठ पढ़ाती हैं ।
द्वितीय गुरु पिता होते हैं, चलना हमें सिखाते हैं,
परिश्रम, मेहनत, कर्तव्यों को पूर्ण करना सिखाते हैं, बनकर छाया सदा हमारी साथ हमारे रहते है,
माता-पिता हमें छाया दे कर धूप में तपते रहते हैं,
संघर्ष भरे...