जीन्दगी
आँखो के आगे अंधेरा हे
जीसे छुलु वह भवरा हे
कोई नहीं अपना सब एक फीजुल हे
कोई नहीं करता वादा सच्चा
कोई नहीं रहता अच्छा
सबी भागते हे पैसो के पीछे
कोई नहीं देखता...
जीसे छुलु वह भवरा हे
कोई नहीं अपना सब एक फीजुल हे
कोई नहीं करता वादा सच्चा
कोई नहीं रहता अच्छा
सबी भागते हे पैसो के पीछे
कोई नहीं देखता...