...

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जीन्दगी
आँखो के आगे अंधेरा हे
जीसे छुलु वह भवरा हे
कोई नहीं अपना सब एक फीजुल हे

कोई नहीं करता वादा सच्चा
कोई नहीं रहता अच्छा
सबी भागते हे पैसो के पीछे
कोई नहीं देखता सच्चा या अच्छा

सामने अपने रात खडी हे
पीछे देखा सुरज ढल रहा है
अभी तो देखो आपका सच्च
आप सही हो या गलत

सपना जरुरी हे माना हमने
पैसा बोलता है माना हमने
कोण नाही चाहता अच्छी जीन्दगी
पर जरा अपनी पीछली जीन्दगी तो देख लो
ओर आज की क्या फरक हे पता चल जायेगा