क्या तिष्यरक्षिता गलत थी 🤔🤔🤔
तिष्यरक्षिता
मगध के सम्राट अशोक
की जवान रानी 😃
जो ब्याही गयी थी अशोक की
वृद्धावस्था में उसके साथ 😌
means पहले शादिया ऐसे ही
होती थी ना
जहाँ लड़की की इच्छा 😌
नहीं साम्राज्यों की
मजबूती ध्यान रखी जाती थी 🤝🤝
ऐसे ही बस सीमाओं की
मजबूती के खातिर 🤷
एक वृद्ध राजा के हाथ में
दे दिया गया एक कौमार्य का हाथ 🤔
सब कुछ था
सम्पत्ति थी वैभव था
वस्त्र थे इत्र था 🙃
कोई भी कहेगा कि उसके
भाग्य खुल गये 🤔🤔
पर बस वो जानती थी
अंदर ही अंदर
उस श्रंगार का क्या अर्थ
जिसको कोई निहार ने वाला ना हो 🤔🤔
उस रूप उस यौवन का
क्या अर्थ 🤔🤔
जिसको कोई चाहने वाला ना हो 🙃🙃
ऐसे ही जीवन को
ढोते ढोते तिष्यरक्षिता🙂
को एक खुशी की वज़ह सी मिली ❣️
एक युवक कुनाल
अशोक का पुत्र जिसे देख के
उसे प्रेम हो गया ❣️❣️
वर्षो की घुटन से दबी
उस लड़की ने
कुनाल को प्रणय
निवेदन कर दिया 😊💞
पर ये भाई ठहरा
loyal बंदा 🤷
इसने मना कर दिया 🙅
रानी...
मगध के सम्राट अशोक
की जवान रानी 😃
जो ब्याही गयी थी अशोक की
वृद्धावस्था में उसके साथ 😌
means पहले शादिया ऐसे ही
होती थी ना
जहाँ लड़की की इच्छा 😌
नहीं साम्राज्यों की
मजबूती ध्यान रखी जाती थी 🤝🤝
ऐसे ही बस सीमाओं की
मजबूती के खातिर 🤷
एक वृद्ध राजा के हाथ में
दे दिया गया एक कौमार्य का हाथ 🤔
सब कुछ था
सम्पत्ति थी वैभव था
वस्त्र थे इत्र था 🙃
कोई भी कहेगा कि उसके
भाग्य खुल गये 🤔🤔
पर बस वो जानती थी
अंदर ही अंदर
उस श्रंगार का क्या अर्थ
जिसको कोई निहार ने वाला ना हो 🤔🤔
उस रूप उस यौवन का
क्या अर्थ 🤔🤔
जिसको कोई चाहने वाला ना हो 🙃🙃
ऐसे ही जीवन को
ढोते ढोते तिष्यरक्षिता🙂
को एक खुशी की वज़ह सी मिली ❣️
एक युवक कुनाल
अशोक का पुत्र जिसे देख के
उसे प्रेम हो गया ❣️❣️
वर्षो की घुटन से दबी
उस लड़की ने
कुनाल को प्रणय
निवेदन कर दिया 😊💞
पर ये भाई ठहरा
loyal बंदा 🤷
इसने मना कर दिया 🙅
रानी...