नादान
एक थी लड़की नादान सी "
थी' इस दुनिया से अनजान वो "
बड़ी नजर एक धोखेबाज़ कि उस पर "
चली चाल अपने इश्क उस पर "
मासूम थी' नादान थी ' पहचान ना सकीं धोखेबाज़ हैं वो "
फंस गई 'चाल में धोखेबाज़ की वो"
दिलाया यकीन धोखेबाज़ ने इतना"
लगने लगे थे 'अपने भी पराए उसको_
अपने थे' जानते थे' पहचानते थे इस दुनिया को वो "
समझाने लगे 'उस नादान को वो"
छोड़ दो आ जाओ लौट कर "धोखेबाज है वो "
ना समझ सकी अपनों...
थी' इस दुनिया से अनजान वो "
बड़ी नजर एक धोखेबाज़ कि उस पर "
चली चाल अपने इश्क उस पर "
मासूम थी' नादान थी ' पहचान ना सकीं धोखेबाज़ हैं वो "
फंस गई 'चाल में धोखेबाज़ की वो"
दिलाया यकीन धोखेबाज़ ने इतना"
लगने लगे थे 'अपने भी पराए उसको_
अपने थे' जानते थे' पहचानते थे इस दुनिया को वो "
समझाने लगे 'उस नादान को वो"
छोड़ दो आ जाओ लौट कर "धोखेबाज है वो "
ना समझ सकी अपनों...