दोस्ती
कई दिनों बाद थके हारे बैठे थे कुछ यार साथ गुफतगु करने,
वो शाम की सुकून वाली चाय और मस्ती भरी रात में यादें कुछ बेशुमार।
~प्रिया वर्मा
वो शाम की सुकून वाली चाय और मस्ती भरी रात में यादें कुछ बेशुमार।
~प्रिया वर्मा