आइना मेरा और तस्वीर तेरी ।
आइना मेरा और तस्वीर तेरी,
इस तरहा गुजरे नसीहत मेरी,
कलम मेरी और खत तेरे,
इस तरहा निकले वसीयत मेरी,
तन्हाइ मेरी और जस्न तेरे,
इस तरहा खुले बरकत मेरी,
लफ्ज़ मेरे और गजल तेरी,
इस तरहा की हो शराफत मेरी....!!
इस तरहा गुजरे नसीहत मेरी,
कलम मेरी और खत तेरे,
इस तरहा निकले वसीयत मेरी,
तन्हाइ मेरी और जस्न तेरे,
इस तरहा खुले बरकत मेरी,
लफ्ज़ मेरे और गजल तेरी,
इस तरहा की हो शराफत मेरी....!!