...

2 views

"छूकर कर तेरे दिल को"
छूकर कर तेरे दिल को,
जानी ये एहसास हुआ..!

नज़दीकियाँ तलाशती ज़िन्दगी का,
रिश्ता बेहद ख़ास हुआ..!

ख़ाली मकाँ था दिल का सनम,
इश्क़ का जिसमें वास हुआ..!

छोटी छोटी ख़्वाहिशों का,
भरा पूरा आकाश हुआ..!

तन्हा गुज़ारे न जाने,
कितने साल यूँ ही..!

तेरी मौजूदगी से जीवन में,
सूर्य सा प्रकाश हुआ..!

ख़्यालों में ख़ूबियों की खिली कलियाँ,
मन प्रफ़ुल्लित कैलाश हुआ..!
© SHIVA KANT