...

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वर्षा रानी
घूम घूम घूम घूम गरजा बादल,
खनक खनक कर चमके बिजली
रिमझिम रिमझिम पानी बरसा
टपक टपक कर बूंदे टपका।

पंख फैलाए मोर थिरके
टे टे करके तोता भागे ,
नदी नालेपानी से भरे
मेंढक जोर जोर शोर मचाए ।

नन्हे मुन्ने पानी में उछले
सुखे पौधे को जान मिले
खेत खलिहान फिर से लहराए
नन्ही गिलहरी दौड़ लगाए ,
वर्षा रानी खूब बर्षिओ
इसी तरह सबका दिल हर्षिओ।ऋ