आसान जिंदगी
बातें अब मन में रखने लगी हुं ज्यादा, तू था तो कहना आसान था।।
दर्द तो अब भी हैं कई, तू था तो सहना आसान था।
जिंदगी तो गुजर जाती है वक्त के साथ, तू था तो रहना आसान था।।
पर आसन जिंदगी तुझे मंजूर कहां थी।
अपना बिछड़ना शायद कुदरत की रजा थी।
समझ नही आता...
दर्द तो अब भी हैं कई, तू था तो सहना आसान था।
जिंदगी तो गुजर जाती है वक्त के साथ, तू था तो रहना आसान था।।
पर आसन जिंदगी तुझे मंजूर कहां थी।
अपना बिछड़ना शायद कुदरत की रजा थी।
समझ नही आता...