एक शाम
एक शाम ढले.....
तो चले आना
दिल के चौबारे रोशनी का दीप जले तो
चले आना,
रात कलियों की खिली हो
प्यारी मेहफिल सजी हो
बहार की...
तो चले आना
दिल के चौबारे रोशनी का दीप जले तो
चले आना,
रात कलियों की खिली हो
प्यारी मेहफिल सजी हो
बहार की...