PHILOSOPHY OF KRISHNA KATHA.
नेह की बांसुरी बजाते हुए
प्रेम के गीत गुनगुनाते हुए
कृष्ण आए थे सारथी बनकर
जिंदगी का पता बताते हुए!
जितने भी रास थे जीवन के
सारे बता दिए उसे अमृत की भूमि पर
वो कृष्णा मेरे गुरु इस माया से मुझे उधर कर!
_ A. matta.
प्रेम के गीत गुनगुनाते हुए
कृष्ण आए थे सारथी बनकर
जिंदगी का पता बताते हुए!
जितने भी रास थे जीवन के
सारे बता दिए उसे अमृत की भूमि पर
वो कृष्णा मेरे गुरु इस माया से मुझे उधर कर!
_ A. matta.