...

0 views

नजरों में समाए रहते हो
तुम हो दिल का चैन सनम
नजरों में समाए रहते हो।
साँसों में तुम्हारी खुशबू है
हमको भरमाए रहते हो।

प्यार बहुत करता हूँ तुमसे
मेरा चैन करार तुम्हीं से है।
तुमको देखूँ तो जग मिल जाए
जीवन में बहार तुम्हीं से है।
हर धड़कन में तुम ही तुम हो
तुम मर्यादा हो जीवन की।
कंटक राहों में साथ मिला
आदर्श लीक हो जीवन की।
विस्मृत पल की साथी हो
तुम आगे बढ़ने की प्रेरणा हो।
हृदयाचल की हृदय गामिनी
अनुरंजन सतप्रेरणा हो।
खुल कर बात करो मुझसे
क्यूँ शरमाये रहते हो।
तुम हो दिल का चैन सनम
नजरों में समाये रहते हो।

सहज सलोना रूप तुम्हारा
जैसे मंदिर की पावनता हो।
शून्य भाव का संवर्धन
शिशुओं की सरलता हो।
अमराई सी महक तुम्हारी
मादकता भर जाती है।
पैर तुम्हारा पड़े जहाँ पर
धरती भी मुस्काती है।
झरने सी चंचलता तुम में
आशा की प्रति मूरत हो।
तुम बिन जीवन सूना सूना
'राकेश' मेरी जरूरत हो।
राह तुम्हारी देख रहा हूँ
बस तुम ही भुलाये रहते हो।
तुम हो दिल का चैन सनम
नजरों में समाये रहते हो।

© राकेश कुमार सिंह