मेहनत
मेहनत
घड़ी का काँटा जो टिक - टिक चलता है,
मेहनत करो यही प्रेरित करता है।
हम जीवन में जो सुख की चाह करते है,
बिना परिश्रम वो सपने कहाँ पूरे होते है।
देख लो तुम इतिहास उठा कर,
बने वे महान परिश्रम कर।
आलसी बस जीवन जीता है,
और यो ही मृत्यु वरण करता है।
इसलिए बच्चों मेहनत ही हो नारा तुम्हारा,
जिससे जीवन हो साकार तुम्हारा।
Ruchi jain
घड़ी का काँटा जो टिक - टिक चलता है,
मेहनत करो यही प्रेरित करता है।
हम जीवन में जो सुख की चाह करते है,
बिना परिश्रम वो सपने कहाँ पूरे होते है।
देख लो तुम इतिहास उठा कर,
बने वे महान परिश्रम कर।
आलसी बस जीवन जीता है,
और यो ही मृत्यु वरण करता है।
इसलिए बच्चों मेहनत ही हो नारा तुम्हारा,
जिससे जीवन हो साकार तुम्हारा।
Ruchi jain
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