अपना
कभी-कभी क्यों ऐसा और यह कैसे हो जाता है
कभी-कभी कोई अपना भी पराया हो जाता है
रुलाए कोई अपना ,तो अपना मना जाता है,
अपना तो अपना है पर कभी पराया हो जाता है।।।।।।
रोते-रोते कभी-कभी सुलाया जाता...
कभी-कभी कोई अपना भी पराया हो जाता है
रुलाए कोई अपना ,तो अपना मना जाता है,
अपना तो अपना है पर कभी पराया हो जाता है।।।।।।
रोते-रोते कभी-कभी सुलाया जाता...