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जिंदगी का दस्तूर
जिंदगी का यह कैसा दस्तूर है
शायद हमारी किस्मत का ही कसूर है
ना चाहते हुए भी हम जुदा हो गए
न जाने हम क्यों फिर से तन्हा हो गए
अभी तो सफर शुरू किया था हमने
जाने कैसे यह रास्ते अलग हो गए
हम अनचाहे से इस मोड़ पर खड़े हो गए
जहां सिर्फ फासले ही हमारे दरमियां रह गए।।
© Megha
#Faasle #judai #tanhai
शायद हमारी किस्मत का ही कसूर है
ना चाहते हुए भी हम जुदा हो गए
न जाने हम क्यों फिर से तन्हा हो गए
अभी तो सफर शुरू किया था हमने
जाने कैसे यह रास्ते अलग हो गए
हम अनचाहे से इस मोड़ पर खड़े हो गए
जहां सिर्फ फासले ही हमारे दरमियां रह गए।।
© Megha
#Faasle #judai #tanhai
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