13 views
हिंदूराष्ट्र की परिकल्पना🚩
जब सूर्य की किरणें छूने लगें हिमालय,
हिंदूराष्ट्र की परिकल्पना जिगर में बस जाए।
गंगा की लहरें बोलें भगीरथ की कहानी,
भूमि पुत्रों का इसमें है गर्व और मानी।
संस्कृति की मिसाल, भारतीय शृंगार,
हिंदूराष्ट्र में है विश्वास का बहुतार।
धरती पर राज करे धर्म का संसार,
सभी जीवों में बसे विशेषता का प्यार।
समृद्धि, शांति, एकता की राह,
हिंदूराष्ट्र की छवि, सर्वदा हो साथ।
©Vashu
हिंदूराष्ट्र की परिकल्पना जिगर में बस जाए।
गंगा की लहरें बोलें भगीरथ की कहानी,
भूमि पुत्रों का इसमें है गर्व और मानी।
संस्कृति की मिसाल, भारतीय शृंगार,
हिंदूराष्ट्र में है विश्वास का बहुतार।
धरती पर राज करे धर्म का संसार,
सभी जीवों में बसे विशेषता का प्यार।
समृद्धि, शांति, एकता की राह,
हिंदूराष्ट्र की छवि, सर्वदा हो साथ।
©Vashu
Related Stories
11 Likes
1
Comments
11 Likes
1
Comments