...

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Hope
मोहब्बत का मेरे आलम अब ऐसा है,
उम्र तो अब हुई प्यार करने की मेरी, और मुझ पर ध्यान न दे ये जमाना कैसा है?

कोई दे इश्क़ गर हमें तो हम भी फ़िर से संवर जाएं,
बिना मिले प्यार तो पेड़ों के पत्ते भी मुरझा जाएं।

देख कर आईना आज हमें फिर याद आया,
कल तक जो था मेरा,आज किसी और का हो आया।

वक़्त देना खुद को ये जरूरी बोहोत है,
कब पासा पलट जाए ये मुमकिन बोहोत है।

भूल बैठे तुम खुद जो कामों में मशगुल हो हर दिन,
वक़्त न लगेगा ,भुला बैठेगी ये दुनिया भी तुमको इक दिन।

अकेले हैं इश्क़ बगैर आज इस क़दर ,
न जाने कैसे कटेगा मेरे जीवन का ये लंबा सफ़र।

GLORY♥️



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