...

7 views

अधरन से बोलत नाहीं "
" अधरन से बोलत नाहि, अंखियन से मुस्काय यशोदा तेरो लालना, सम्मुख चित्त चुराए

सम्मुख चित्त चुराए, नैकहूँ डरपत नाहीं ओट धरे बांसुरिया की, अधरन से बोलत नाहीं "

"बांसुरिया जिय की धनी, मोहन संग सुहाय दिवस-रात्रि आठों पहर, मीठी तान सुनाय

मीठी तान सुनाय हाए! बिना बात सौतन बनी जियरा जल-भुन जाय, ई बांसुरिया जिय की धनी !"

"मथुरा...