जी करता है
जी करता है आज एक उड़ान भरी जाए
तिनकों पर बैठकर हवाओं की सैर करी जाए
उड़ के मिलें हम आसमाँ की ऊँचाइयों से
और बादलों के बीच थोड़ी शरारतें करी जाएँ
जी करता है आज आसमाँ से ज़मीं को देखा जाए
उड़ते परिंदों के फैले पंखों को परखा जाए
हर फ़िक्र भी अपनी दूर हो जाए ज़हन से
बंधी हुई रूह को कुछ देर आज़ाद रखा जाए
© Tanha Musafir
तिनकों पर बैठकर हवाओं की सैर करी जाए
उड़ के मिलें हम आसमाँ की ऊँचाइयों से
और बादलों के बीच थोड़ी शरारतें करी जाएँ
जी करता है आज आसमाँ से ज़मीं को देखा जाए
उड़ते परिंदों के फैले पंखों को परखा जाए
हर फ़िक्र भी अपनी दूर हो जाए ज़हन से
बंधी हुई रूह को कुछ देर आज़ाद रखा जाए
© Tanha Musafir