जाने क्यों तेरा इंतज़ार रहता है 💔
बेवजह ही तकती है राहें,
हर पल में उम्मीद बेशुमार रखती हैं
जानती हूं नहीं आओगे तुम
फिर भी ना जाने क्यों
आंखें इंतजार में रहती हैं।
ढूंढती हूं शब की बाहों में...
हर पल में उम्मीद बेशुमार रखती हैं
जानती हूं नहीं आओगे तुम
फिर भी ना जाने क्यों
आंखें इंतजार में रहती हैं।
ढूंढती हूं शब की बाहों में...