उम्मीदे....
यारा मत कर उम्मीद किसी से
सब अपनी दुनियां में मस्त रहते हैं !
जब तप लेती है धरती जलती धूप में
मनमौजी बादल तभी तो बरसते हैं !
बुत बनकर खड़ा रहे फकीर...
सब अपनी दुनियां में मस्त रहते हैं !
जब तप लेती है धरती जलती धूप में
मनमौजी बादल तभी तो बरसते हैं !
बुत बनकर खड़ा रहे फकीर...