नारायण का रूप
हर मोड़ पे चेहरे, हर चेहरे में कहानी,
किसी की मुस्कान, तो किसी की है हैरानी।
ना समझ सकेगा तू ये राज़ गहरा,
हर रूप में छुपा है नारायण का चेहरा।
चल, मैं बताता हूं जो तू समझ न पाए,
हर इंसान में भगवान की परछाई समाए।
भिखारी की झोली में हो सकता है दान,
या राजा की महफिल में छुपा भगवान।
कभी बच्चे की हंसी, तो कभी बूढ़े का दर्द,
हर इंसानी रूप में दिखे ईश्वर का मर्म।
मत देख सूरत, देख सीरत का उजाला,
हर दिल में है रब, ये समझने का निवाला।
जो भी मिले, उसको अपना मान ले,
उसकी मदद कर, बिना किसी ज्ञान के।...
किसी की मुस्कान, तो किसी की है हैरानी।
ना समझ सकेगा तू ये राज़ गहरा,
हर रूप में छुपा है नारायण का चेहरा।
चल, मैं बताता हूं जो तू समझ न पाए,
हर इंसान में भगवान की परछाई समाए।
भिखारी की झोली में हो सकता है दान,
या राजा की महफिल में छुपा भगवान।
कभी बच्चे की हंसी, तो कभी बूढ़े का दर्द,
हर इंसानी रूप में दिखे ईश्वर का मर्म।
मत देख सूरत, देख सीरत का उजाला,
हर दिल में है रब, ये समझने का निवाला।
जो भी मिले, उसको अपना मान ले,
उसकी मदद कर, बिना किसी ज्ञान के।...