काश
मैं खड़ी थी वहीं
काश,
तूने एक बार पीछे मुड़कर देखा होता
तुझे तो वक्त की कीमत पता थी न,
काश,
मेरे साथ भी वक्त बिताकर देखा होता
तेरे जाने से नाराज़ तो नही थी
काश,
फिर भी तूने मुझे मनाकर देखा होता
तेरे लिए आधी रात पे नींद तोड़...
काश,
तूने एक बार पीछे मुड़कर देखा होता
तुझे तो वक्त की कीमत पता थी न,
काश,
मेरे साथ भी वक्त बिताकर देखा होता
तेरे जाने से नाराज़ तो नही थी
काश,
फिर भी तूने मुझे मनाकर देखा होता
तेरे लिए आधी रात पे नींद तोड़...