ए कलम अब तुझे रुकना पड़ेगा ,मज़बूरी है अब तुझे छोड़ना पड़ेगा ,
ए कलम अब तुझे रुकना पड़ेगा ,
मज़बूरी है अब तुझे छोड़ना पड़ेगा ,
तू इंतज़ार करना मेरा ,
मैं लौट कर आउंगा दोबारा ,
कुछ फासले गरीबी ने किये ,
तो कुछ मजबुरी मे हो गए ,
कुछ जिम्मेदारी का नतीजा है ,
ए कलम अब तुझे रुकना पड़ेगा ,
मज़बूरी है अब तुझे छोड़ना पड़ेगा ,
तुझसे बिछड़ कर कैसे सोउंगा ,
दिन- रात बस रोऊगा ,
क्यूँ नहीं उदास होउ मैं ,
तू मेरे ख्यालों...
मज़बूरी है अब तुझे छोड़ना पड़ेगा ,
तू इंतज़ार करना मेरा ,
मैं लौट कर आउंगा दोबारा ,
कुछ फासले गरीबी ने किये ,
तो कुछ मजबुरी मे हो गए ,
कुछ जिम्मेदारी का नतीजा है ,
ए कलम अब तुझे रुकना पड़ेगा ,
मज़बूरी है अब तुझे छोड़ना पड़ेगा ,
तुझसे बिछड़ कर कैसे सोउंगा ,
दिन- रात बस रोऊगा ,
क्यूँ नहीं उदास होउ मैं ,
तू मेरे ख्यालों...