तेरे साथ से ...
तेरे बिना मेंने खुद को सोचा नहीं कभी
तेरे साथ से ही मैंने खुद को मुक्कमल पाया है...
मेरे होंठो पे जो खिलती है वो है तेरी ही हंसी
हुए जब भी उदास तुम,मेंने खुद को मुरझाया पाया है....
ना तेरे बिना मेरी सुबह हुई ,ना शाम आई है
तेरी मौजूदगी से ही मैने मेरा,हर पल सजाया है ....
ना होना जुदा कभी,ना जाना मुझसे दूर तुम
मेरे दिल को भी धड़कना,तेरे होने से आया है .....
© ख़्वाहिश
तेरे साथ से ही मैंने खुद को मुक्कमल पाया है...
मेरे होंठो पे जो खिलती है वो है तेरी ही हंसी
हुए जब भी उदास तुम,मेंने खुद को मुरझाया पाया है....
ना तेरे बिना मेरी सुबह हुई ,ना शाम आई है
तेरी मौजूदगी से ही मैने मेरा,हर पल सजाया है ....
ना होना जुदा कभी,ना जाना मुझसे दूर तुम
मेरे दिल को भी धड़कना,तेरे होने से आया है .....
© ख़्वाहिश