पिता के जैसा कोई नही
पिता के जैसा कोई नही
प्यार उसका ऐसा की
जगभरमे दुसरा कोई होगा नही
बेटे की सम्रद्धी के लिये
स्वाभिमान को भी तोडा नही
हर मूसीबत को...
प्यार उसका ऐसा की
जगभरमे दुसरा कोई होगा नही
बेटे की सम्रद्धी के लिये
स्वाभिमान को भी तोडा नही
हर मूसीबत को...