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ठहराव न हो जीवन में
पहले छोटे पर वास्तविक लक्ष्य साधे !
उसके बाद साधे ,बड़े लक्ष्य ,बड़े इरादे !!
जीवन संग्राम में रहे,यही रीति हमारी तो ,
हम कर सकेंगे पूर्ण लक्ष्य जो हमने बाँधे !!
ठहराव न हो जीवन में हम अहर्निश चलते रहे ,
टूटना,बिखरना,जुड़ना है प्रक्रियाए विकास की !
कसौटी पर खरा रहा जो विजित भी हुआ वही ,
चुनौतियाँ ने की जागृत ज्योति आशा,विश्वास की !!
© MaheshKumar Sharma
15/3/2023
#Writcopoem
#MeriKavitaye
#MaheshKumarSharma
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