प्रातः वंदन🙏
*प्रातः वंदन* 🙏🏽
*ये ज़िन्दगी तमन्नाओं का गुलदस्ता है*
*कुछ महकती है कुछ मुरझाती है*
*और कुछ चुभ जाती है...*
*मनुष्य को धोखा मनुष्य नही देता*
*बल्कि वो उम्मीदें धोखा दे जाती है,*
*जो वो दूसरों से रखता है*
*बात इतनी...
*ये ज़िन्दगी तमन्नाओं का गुलदस्ता है*
*कुछ महकती है कुछ मुरझाती है*
*और कुछ चुभ जाती है...*
*मनुष्य को धोखा मनुष्य नही देता*
*बल्कि वो उम्मीदें धोखा दे जाती है,*
*जो वो दूसरों से रखता है*
*बात इतनी...