जि ले अपनी मर्जी से
दुनिया के रीत को भुला दु अभि
अपने नजरिये को पढ लू थोडा
जिंदगी को जिने अपनी मर्जी से
आज आगे बढ लू थोडा
यु...
अपने नजरिये को पढ लू थोडा
जिंदगी को जिने अपनी मर्जी से
आज आगे बढ लू थोडा
यु...