सपना।
हिंडोले पर अपने
निंदिया रानी बुनती थी
बस सपना हीं सपना।।
सपना सहज सरल बहुत है
पर सपना कह देता
कभी कभी बात विरल है
अनुपम लेखा बुनता सपना
समझा जब देखा यह सपना।।
सपना स्नेह भाव जगाते
सपना द्वेष दूर लेकर जाते
भाव अलौकिक जगाता सपना
पस्त परेशां जो रोता जां...
निंदिया रानी बुनती थी
बस सपना हीं सपना।।
सपना सहज सरल बहुत है
पर सपना कह देता
कभी कभी बात विरल है
अनुपम लेखा बुनता सपना
समझा जब देखा यह सपना।।
सपना स्नेह भाव जगाते
सपना द्वेष दूर लेकर जाते
भाव अलौकिक जगाता सपना
पस्त परेशां जो रोता जां...