...

8 views

खामियाँ
यूं तो खामियाँ बहुत है मुझमे.....
बेबाक बोलती हूँ..
एहतियात ज़रा कम बरतती हूँ,
मंजिल की राह मे चलने से पहले...
ज़रा कम सोचती हूँ,
आडे- टेढ़े रास्ते...