...

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इक छोटी कहानी बाकी हैकिस्सा आसमानी बाकी है
इक छोटी कहानी बाकी है
किस्सा आसमानी बाकी है

सुन रखा होगा तूने औरों से
तितली की जुबानी बाकी है

भँवरे तू भी ना पिघल अभी
फूलों की जवानी बाकी है

उड़ा काफूर सा सर्द दिसंबर
यादों की निशानी बाकी है

फिर बोल उठा ये वर्ष नया
अभी मेरी मेजबानी बाकी है
© manish (मंज़र)