जिंदगी में कई इनाम , लौटाना आता है।
नहीं पता कितने इनाम मिलते होंगे लोगो को
जिंदगी में , मुझे मिले कई है ।
जिसे सोचा जो,जुदा बिलकुल निकला।
अजमाइश मैने न की, पर इम्तिहान तो
मेरा लिया जा रहा था ।
कमज़ोर तो मैं तब भी न थी, कमज़ोर मैं अब भी नहीं, बस तब सच्चाई का पता नहीं,
अब सच्चाई से अनजान नहीं।
अंभिज्ञता का अर्थ अनजान है और अनभिज्ञता
थी मुझे कारण चरित्र मन और नियत साफ और
शुद्ध थी ।
पर हर किसी को ये बता देना
मेरे लिए...
जिंदगी में , मुझे मिले कई है ।
जिसे सोचा जो,जुदा बिलकुल निकला।
अजमाइश मैने न की, पर इम्तिहान तो
मेरा लिया जा रहा था ।
कमज़ोर तो मैं तब भी न थी, कमज़ोर मैं अब भी नहीं, बस तब सच्चाई का पता नहीं,
अब सच्चाई से अनजान नहीं।
अंभिज्ञता का अर्थ अनजान है और अनभिज्ञता
थी मुझे कारण चरित्र मन और नियत साफ और
शुद्ध थी ।
पर हर किसी को ये बता देना
मेरे लिए...