माँ
#माँ
सब्र की गागर छलक गयी,भीगा कोना-कोना
क्यूँ करती अब देरी मां,दुनिया ने हैं सब छीना
कब तलक बहलायेगी,छूटे ना आँचल का कोना
किया कोनसा पाप मैने,ममता को तूने हैं छीना
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सब्र की गागर छलक गयी,भीगा कोना-कोना
क्यूँ करती अब देरी मां,दुनिया ने हैं सब छीना
कब तलक बहलायेगी,छूटे ना आँचल का कोना
किया कोनसा पाप मैने,ममता को तूने हैं छीना
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