मोहब्बत
इंतजार क्यों करवाती हो बताकर जाओ ना ऐसे चुपचाप जाकर रूलाओगी क्या
भरोसा करता हूं तुम पर उसे तोड़कर तड़पाओगी क्या
कहते थे तुम जान हो मेरी ऐसे दूर जाकर गांवोगी क्या
और बहुत हो गया जी ये सब तुम मजाक कर रही थी ये बताओगी क्या
भरोसा करता हूं तुम पर उसे तोड़कर तड़पाओगी क्या
कहते थे तुम जान हो मेरी ऐसे दूर जाकर गांवोगी क्या
और बहुत हो गया जी ये सब तुम मजाक कर रही थी ये बताओगी क्या