Pihu जीने को दिल करता हैं
कितना शोर हैं ज़िंदगी में~
~रातें भी अब ख़ामोश कहां रहतीं हैं ,
भीड़ बहुत हैं शहरों में~
~गांवों में भी अब भीड़ कम कहां रहतीं...
~रातें भी अब ख़ामोश कहां रहतीं हैं ,
भीड़ बहुत हैं शहरों में~
~गांवों में भी अब भीड़ कम कहां रहतीं...